कल्पनालोक में तीन सहेलियां टाइम पास करने के लिए
बतिया रही थीं ।
अर्चना - भई ये पुरूष लोग फ़ुर्सत में क्या बातें करते होंगे ?
संरचना - वही, जो हम करती हैं ।
कमबख्त हमसे भी ज़्यादा मज़े ले ले कर गप्पें मारते हैं
रचना - छि: कितने बे-शर्म होते हैं पुरूष.............
:)
ReplyDeleteकमाल है!:)
ReplyDeleteअब विश्वास हो गया कितने बे-शर्म होते हैं पुरूष.
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