इतिहास साक्षी है
हमारे शास्त्र भी प्रमाण देते हैं
कि ईश्वर की बनायी इस सृष्टि में
नारी का दर्जा बहुत ऊँचा है
संभव है
परमात्मा
अपने प्रति किये गये हमारे अपराध
क्षमा कर दे
परन्तु
गुरू और नारी के प्रति की गई धृष्टता
कभी क्षमा नहीं होती
इसलिए श्रेष्ठ यही है कि हम
देवी स्वरूपा नारी का सम्मान करें
और इसकी रक्षा -सुरक्षा करें
www.albelakhatri.com
बिल्कुल सही
ReplyDeleteलेकिन नीचे लिख भी देना था
**नियम व शर्तें लागू
बी एस पाबला
saty vachan maharaaj
ReplyDeletevery interesting............
ReplyDeleteNice
ReplyDeletehttp://kavyamanjusha.blogspot.com/
Bahut khoob!Lekin naree ko insaan samajhen..devee na banayen, itnahi kaafee hai!
ReplyDeletekshama se mai sahmat hoo.........
ReplyDelete--बस हास्य में न लें ।
ReplyDeleteयह तो सही है..पर बेचारे पुरुषों का कोई पक्ष लेगा कभी....शरीफ पुरुष क्या सिर्फ पीटने के लिए ही पैदा हुए हैं..
ReplyDeletebahut achha kaha hai albela jee.....
ReplyDeletekhuda ne sirf aurton ko naslon ka amanatdaar banane ki sifat bakshee hai
mubarak achhe lekh ke liye .....
please visit at kalaam-e-chauahn.blogspot.com
jahan naree kee pooja hai, devta wahin hain
ReplyDeleteNADI (Istri) sachmuch pujniye hai inka sammaan to samuchya deshwashiyon karana hi chahiyr
ReplyDeleteअलबेला भाई . उत्कृष्ट रचना के लिए बधाई ।
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